शहर की इमारतों में
चमकदार पत्थर
प्रतिष्ठा के साथ बसे हैं।
चाहे जितने पेड़
लगा लो घर के आंगन में
लाभ नहीं जब दिल कसे हैं।
कहें दीपकबापू भावना से
कर्तव्य का संबंध नहीं रहा
इंसानों के दिमाग में
स्वार्थ के विचार बसे हैं।
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