जिन्हें बोलना चाहिए
वह खामोश हो जाते हैं
जिन्हे खामोश होना चाहिए
वह बोले जाते हैं
कहने वाले सही कह गये
'थोथा चना बाजे घना'
पर किसे समझाने कौन सुने
कान बंद कर लें
अपना ध्यान इधर-उधर लें
किसी को करना नहीं बोलने से मना
अपने ही बोले और लिखे शब्द का अर्थ
लोग नही जानते
अनर्थ पर बहस को
लोकतंत्र का प्रतीक मानते
दूसरे के दोषों पर डालें नजर
अपने गुणों के बखान पर
गुजारे दिन-रात का हर पहर
दुरूपयोग करें हर पल का
और कीमती वक़्त बताएं अपना
समाधि से जीवन चक्र स्वतः ही साधक के अनुकूल होता है-पतंजलि योग सूत्र
(samadhi chenge life stile)Patanjali yog)
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*समाधि से जीवन चक्र स्वतः ही साधक के अनुकूल होता
है।-------------------योगश्चित्तवृत्तिनिरोशःहिन्दी में भावार्थ -चित्त की
वृत्तियों का निरोध (सर्वथा रुक ज...
3 वर्ष पहले
1 टिप्पणी:
सटीक , सार गर्भित , गागर मे सागर. काश कि हम जो पढ़ते है उस अमल भी कर सकें.
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