दिल के पास हैं जो
उनकी शरीर से दूरी
का अहसास इतना नहीं सताता
जितना दिल के दूर
रहने वाले का पास होने पर डराता
राह पर चलते हुए कई हमसफर मिलते
पर सभी मन के मीत नही बनते
हर कोई अपनी मंजिल आते ही
अपना साथ छोड जाता
जो हमारे दिल को दे सुकून
उसे हम याद रखते
जिसे हम दे तसल्ली
वही हमें अपनी यादों का हिस्सा बनाता
समाधि से जीवन चक्र स्वतः ही साधक के अनुकूल होता है-पतंजलि योग सूत्र
(samadhi chenge life stile)Patanjali yog)
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*समाधि से जीवन चक्र स्वतः ही साधक के अनुकूल होता
है।-------------------योगश्चित्तवृत्तिनिरोशःहिन्दी में भावार्थ -चित्त की
वृत्तियों का निरोध (सर्वथा रुक ज...
3 वर्ष पहले
3 टिप्पणियां:
दिल के पास हैं जो
उनकी शरीर से दूरी
का अहसास इतना नहीं सताता
आप की इन लाइनो को चुरा कर अप्ने ब्लोग पर सजाने का मन हुआ . बहुत सुन्दर
बहुत सुंदर !!!
अच्छी और सच्ची बात्, सुदंर पंक्तियां………
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