tag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post8500753506618943304..comments2023-08-05T15:28:50.345+05:30Comments on दीपक भारतदीप की अनंत शब्दयोग पत्रिका: विकिपीडिया:यहाँ कमा कौन रहा है और वहाँ किसके लिए लिखेंdpkrajhttp://www.blogger.com/profile/11143597361838609566noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post-32966389360482206332007-09-16T09:36:00.000+05:302007-09-16T09:36:00.000+05:30क्षमा कीजिये लेकिन आप शायद विकिपेडिया को ढंग से सम...क्षमा कीजिये लेकिन आप शायद विकिपेडिया को ढंग से समझ नहीं पाये हैं. विकिपेडिया ओपन सोर्स encyclopedia है.विकिपेडिया ज्ञान का भंडार है, और इसमें वृद्धि के लिए हम जैसे लोगों का योगदान आवश्यक है. विकिपेडिया नारद जैसा चिट्ठाकारों का फॉरम नहीं है. अगर हम लोग विभिन्न विषयों पर नहीं लिखेंगे तो किसी विषय पर हिन्दी में जानकारी कैसे प्राप्त हो सकती है. और विकिपेडिया पर आप आपनी रचना नहीं लिख रहे हैं. ना ही कोई आपके लिखे पर टिप्पणियाँ देगा. विकिपेडिया पर लिखने में खुशी ये है कि पाठकों को सभी जानकारियां हिन्दी में मिल सकेंगी. उदाहरण के लिए मुझे प्रेमचंद के बारे में कुछ पढ़ना है तो अंग्रेजी में ज्यादा जानकारी है बजाय हिन्दी के.अगर हम ये सब (और इससे ज्यादा भी ) हिन्दी में उपलब्ध करवा सकें तो कोई अंग्रेजी वाला विकिपेडिया क्यों पढ़ेगा?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post-33520689847229713172007-09-15T20:47:00.000+05:302007-09-15T20:47:00.000+05:30उन्मुक्त जी अगर में यह ब्लॉग लिख रहा ...उन्मुक्त जी <BR/> अगर में यह ब्लॉग लिख रहा हूँ तो आप शायद नहीं जानते कि इसमें <BR/> आपकी प्रेरणा है और आपके लेखों के आधार पर मैं अपनी कई रचनाएं विकिपिडिया पर डाल भी आया पर कोई वहां से प्रेरणा नहीं मिलती। दर असल बात यह है कि कुछ <BR/>लोग बार-बार कि हिन्दी के ब्लॉगर पैसे के लिये लिख रहे हैं और विकिपिडीया में हिन्दी <BR/>के हालत शोचनीय है जैसे जुम्ले मुझे आपत्तिजनक जनक लगते हैं। इस वजह से लोगों में <BR/>गलतफहमी फैलती है। आप जानते हैं कि ब्लोगर क्या कमा रहे हैं।कुछ लोग <BR/> कतरन लेकर छाप देते हैं कि विकिपीडिया में हिन्दी के हालत खराब है। चीन में <BR/>भी हिन्दी के हालत खराब है जो कि हमारी तरह एक आर्थिक् महा शक्ति है तो क्या हम वहां <BR/>की वेब साइटों में भी हिन्दी डाल दें। दूसरा मुझे यह आक्षेप कि ब्लोगर पैसा कमा रहे हैं, बहुत बुरा लगता है क्योंकि यह सत्य से परे है। <BR/> <BR/>इधर में देख रहा हूँ कि जिसे हिन्दी पड़ना है वह हमें ढूंढ ही लेता है। मेरे पास कई ऐसे ईमैल जो वर्डप्रेस के ब्लॉग्स पर आते हैं उससे पता लगता है कि हिंदी अपनी सही दिशा में जा रही है। बार यह कहना कि हिंदी के ब्लोगर पैसे के लिये लिख रहे हैं मुझे पसंद नहीं है क्योंकि यहां न तो पैसा मिला है न आसार हैं। मैं आपका आभारी हूं कि आपने अपनी बात रखी और मेरा इसी तरह मार्गदर्शन करें। <BR/>दीपक भारतदीपdpkrajhttps://www.blogger.com/profile/11143597361838609566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post-91784632376839335532007-09-15T19:56:00.000+05:302007-09-15T19:56:00.000+05:30मैंने फिछले साल फरवरी के अन्त में चिट्टाकारी करना ...मैंने फिछले साल फरवरी के अन्त में चिट्टाकारी करना शुरू किया और विकिपीडिया पर भी लिखता हूं और दुसरों को भी कई बार लिखने के लिये प्रार्थना की है। <A HREF="" REL="nofollow"> इस</A> चिट्ठी के उन सारी चिट्ठियों की लिंक है जिसमें मैंने लोगों को लिखने के लिये प्रेरित किया। <BR/>मैं पैसे के लिये नहीं लिखता हूं। न कभी इससे पैसे कमाना चाहता हूं। मैं नहीं जानता कि कितने लोग विकिपीडिया में, मेरे लेख को पढ़ते हैं। मैं विकिपीडिया पर इसलिये लेख डालता हूं क्योंकि मेरे हिसाब से यह अच्छा काम है। <BR/>यह भी सच है कि बहुत से लोग मेरे चिट्ठों पर विकिपीडिया से आते हैं और इनकी संख्या कम नहीं हैउन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post-40929477227404754592007-09-15T17:20:00.000+05:302007-09-15T17:20:00.000+05:30बहुत सही चिंतन किया है आपने. थोड़ा विस्तार में है,...बहुत सही चिंतन किया है आपने. थोड़ा विस्तार में है, मुझे लगता है इसे और संक्षेप में कहा जा सकता था. खैर,<BR/>विकी के बारे में आपके चिंतन से मैं पूरी तरह सहमत हूं. मैं इस बात का पक्षधर हूं कि अपना ब्लाग, वेबसाईट हो और उसकी जानकारी विकी के जरिए भी उपलब्ध हो.Sanjay Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/13133958816717392537noreply@blogger.com