tag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post1308387060029992272..comments2023-08-05T15:28:50.345+05:30Comments on दीपक भारतदीप की अनंत शब्दयोग पत्रिका: अनाम और छद्मनामः कहीं अनुकूल तो कहीं प्रतिकूल-आलेखdpkrajhttp://www.blogger.com/profile/11143597361838609566noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post-15309491333651160552008-06-01T21:07:00.000+05:302008-06-01T21:07:00.000+05:30मैं सहमत हूँ आपसे.और ये भी सच है किबालकिशन मेरा अस...मैं सहमत हूँ आपसे.<BR/>और ये भी सच है कि<BR/>बालकिशन मेरा असल नाम है.<BR/>पोस्ट और टिपण्णी इसी नाम से करता हूँ.<BR/>अच्छा लिखना जारी रहे.<BR/>शुभकामनाएं और बधाई.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post-13555278547355053252008-06-01T20:59:00.000+05:302008-06-01T20:59:00.000+05:30हर तरह के लोग हमेशा रहेंगे. यह सब चिन्ता छोड़कर आप ...हर तरह के लोग हमेशा रहेंगे. यह सब चिन्ता छोड़कर आप इत्मिनान से अपना लेखन जारी रखें. शुभकामनाऐं.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com