tag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post262236747320670350..comments2023-08-05T15:28:50.345+05:30Comments on दीपक भारतदीप की अनंत शब्दयोग पत्रिका: प्यार और भाषाdpkrajhttp://www.blogger.com/profile/11143597361838609566noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post-49197211503917489842007-10-10T00:35:00.000+05:302007-10-10T00:35:00.000+05:30विश्वास के बिना दोस्ती का रंग नहीं बनतादिल में जगह...विश्वास के बिना दोस्ती का रंग नहीं बनता<BR/>दिल में जगह हो तो<BR/>भाषा और विषय अलग-अलग होने पर भी<BR/>प्यार और दोस्ती का सफ़र है<BR/>बहुत अच्छी तरह चल सकता<BR/><BR/><BR/>--सत्य वचन. उम्दा विचार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com