tag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post2507495907371513596..comments2023-08-05T15:28:50.345+05:30Comments on दीपक भारतदीप की अनंत शब्दयोग पत्रिका: मानसिक अंतर्द्वंदों से मुक्त करता है ध्यानdpkrajhttp://www.blogger.com/profile/11143597361838609566noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6344675089904458804.post-65311105927306725882008-01-13T22:12:00.000+05:302008-01-13T22:12:00.000+05:30दीपक जी,सब से पहले तो आभार व्यक्त करना चाहूँगा।कि...दीपक जी,सब से पहले तो आभार व्यक्त करना चाहूँगा।कि पुरस्कार से संम्बधित समस्या का निदान हो गया।दूसरा आप का ध्यान के बारे में आलेख पढ कर काफि ज्ञानवर्धन हुआ।अगली पोस्ट का इंतजार रहेगा।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.com